- खाद्य सुरक्षा और औद्योगिक क्षेत्र का प्रेरित विकास: भारत में समृद्ध कृषि उत्पादन बड़ी भारतीय आबादी की खाद्य सुरक्षा के पीछे मुख्य कारक है।
- कृषि विभिन्न कृषि आधारित उद्योगों जैसे चीनी, जूट, सूती वस्त्र और वनस्पति उद्योगों को कच्चे माल की आपूर्ति करती है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग इसी तरह कृषि पर निर्भर हैं।
- औद्योगिक विकास के लिए ग्रामीण क्रय शक्ति में वृद्धि बहुत आवश्यक है क्योंकि भारत की दो-तिहाई आबादी गांवों में रहती है।
- हरित क्रांति के बाद बड़े किसानों की उनकी बढ़ी हुई आय के कारण उनकी क्रय शक्ति में वृद्धि हुई।
- सरकारी राजस्व का स्रोत: कृषि देश की केंद्र और राज्य सरकार दोनों के लिए राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है। बढ़ते भू-राजस्व से सरकार को अच्छी खासी आमदनी हो रही है
- रेलवे, रोडवेज जैसे कुछ अन्य क्षेत्र भी कृषि वस्तुओं की आवाजाही से अपनी आय का एक अच्छा हिस्सा प्राप्त कर रहे हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में योगदान: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में कृषि एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जूट, चाय, कॉफी और मसाले देश के प्रसिद्ध पारंपरिक निर्यात हैं।