भारत के वस्त्र क्षेत्र की स्थिति?
कपड़ा और वस्त्र उद्योग श्रम प्रधान क्षेत्र है जो भारत में 45 मिलियन लोगों को रोजगार देता है, रोजगार के मामले में कृषि क्षेत्र के बाद दूसरे स्थान पर है।
भारत का कपड़ा क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे पुराने उद्योगों में से एक है, और पारंपरिक कौशल, विरासत और संस्कृति का भंडार और वाहक है।
- इसे दो खंडों में विभाजित किया जा सकता है:
- असंगठित क्षेत्र छोटे पैमाने का है और पारंपरिक उपकरणों और विधियों का उपयोग करता है। इसमें हथकरघा, हस्तशिल्प और रेशम उत्पादन (रेशम का उत्पादन) शामिल हैं।
- संगठित क्षेत्र आधुनिक मशीनरी और तकनीकों का उपयोग करता है और इसमें कताई, परिधान और वस्त्र खंड शामिल हैं।