रिपोर्ट के अनुसार, ‘भारत में अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र का विकास: समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करना’, भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के 2025 तक 12.8 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
दैनिक करंट अफेयर्स और प्रश्न उत्तर
रिपोर्ट इंडियन स्पेस एसोसिएशन (ISpA) और अर्न्स्ट एंड यंग द्वारा जारी की गई थी।
कारण: निजी भागीदारी में वृद्धि, छोटे उपग्रहों की बढ़ी मांग
यह भी नोट किया गया कि, भारत में 100 से अधिक स्पेस टेक स्टार्ट-अप हैं, जिन्होंने 2021 में $68 मिलियन को छूने वाले सेगमेंट में निवेश किया है।