केंद्र ने उत्तर प्रदेश में तराई हाथी रिजर्व को मंजूरी दी: केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश में तराई हाथी रिजर्व (टीईआर) की स्थापना को अपनी मंजूरी दे दी है। रिजर्व दुधवा टाइगर रिजर्व (डीटीआर) और पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) सहित 3049 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करेगा। यह यूपी में दूसरा हाथी अभयारण्य और भारत में 33 वां होगा। तराई हाथी अभयारण्य दुधवा और पीलीफिट बाघ अभयारण्य के संयुक्त वन क्षेत्रों में विकसित किया जाएगा। तराई हाथी अभ्यारण्य में जंगली हाथियों के संरक्षण के लिए संरक्षित क्षेत्र, वन क्षेत्र और गलियारे शामिल हैं।
दैनिक करंट अफेयर्स और प्रश्न उत्तर
केंद्र ने तराई हाथी रिजर्व की स्थापना को मंजूरी दी- प्रमुख बिंदु
• पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि इस कदम से सीमा पार से प्रवासी हाथियों की आबादी को बचाने में मदद मिलेगी।
• मानव-हाथी संघर्ष शमन रणनीतियों को लागू करने के माध्यम से रिजर्व उत्तर प्रदेश के भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों की रक्षा करेगा।
• यह घास के मैदान और गलियारे के रखरखाव का प्रबंधन करके दो बाघ अभयारण्यों के लिए भी फायदेमंद होगा।
• टीईआर पिछले तीन महीनों में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत स्वीकृत तीसरा नया हाथी रिजर्व है।
• छत्तीसगढ़ में लेमरू और तमिलनाडु में अगस्त्यमलाई अन्य दो टीईआर हैं।
• हाथी परियोजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो भारत में हाथी संरक्षण का समर्थन करती है।