आर्मेनिया-अजरबैजान सीमा पर फिर से संघर्ष: अर्मेनियाई और अज़रबैजानी सैनिकों ने नागोर्नो-कराबाख के पास तोपखाने की आग का आदान-प्रदान किया, जिससे 2020 के युद्ध के समान वृद्धि की आशंका पैदा हो गई। दोनों पक्षों ने शुरुआती उकसावे के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया। आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच लड़ाई सोमवार रात फिर से तेज हो गई, दोनों पक्षों ने तीव्र तोपखाने की गोलाबारी और लगभग 100 लोगों की मौत की सूचना दी।
दैनिक करंट अफेयर्स और प्रश्न उत्तर
युद्ध तो के लिए:
2020 में छह सप्ताह के युद्ध में 6,600 से अधिक लोग मारे गए और अज़रबैजान ने इस क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्र को पुनः प्राप्त कर लिया। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दोनों पक्षों से “किसी भी सैन्य शत्रुता को तुरंत समाप्त करने” का आह्वान किया, एक बयान में कहा कि संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं है। रूस के विदेश मंत्रालय ने भी अर्मेनिया और अजरबैजान से राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से संघर्ष को हल करने का आग्रह किया।
दोनों देशों ने क्या कहा:
• अर्मेनिया का कहना है कि अज़रबैजान के साथ देश की सीमा पर लड़ाई में उसके कम से कम 49 सैनिक मारे गए हैं, यह दावा करते हुए कि हमले नागोर्नो-कराबाख पर एक उग्र विवाद के कारण किए गए थे।
• अजरबैजान का कहना है कि अर्मेनियाई सेना द्वारा “बड़े पैमाने पर उकसावे” को रोकने के लिए उसकी सेना ने जवाबी कार्रवाई की, और कहा कि यह क्षेत्र की स्थिति के “नियंत्रण में” है।