ऊर्जा समाधान कंपनी, अमारा राजा पावर सिस्टम्स लिमिटेड (एआरपीएसएल) को हाल ही में लेह में भारत का पहला हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) से एक अनुबंध प्राप्त हुआ है। पायलट प्रोजेक्ट लेह की चरम स्थितियों में समुद्र तल से 3,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया जा रहा है। एआरपीएसएल का कहना है कि यह परियोजना राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन का हिस्सा होगी, जिससे बड़े पैमाने पर हरित हाइड्रोजन गतिशीलता और भंडारण परियोजनाओं को बढ़ावा मिलेगा। इससे मिली सीख पूरे भारत में समान ईंधन स्टेशनों की तैनाती के लिए भी उपयोगी होगी। एनटीपीसी के लिए हरित हाइड्रोजन ईंधन आउटलेट 2070 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने में मदद करेगा।
अक्षय ऊर्जा स्रोतों द्वारा उत्पन्न बिजली द्वारा संचालित इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया का उपयोग करके, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में पानी को विभाजित करके ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा। उत्पादित हाइड्रोजन कोई कार्बन पदचिह्न नहीं छोड़ेगा। पायलट प्रोजेक्ट कम से कम 80 किग्रा/दिन 99.97% शुद्ध हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा जिसे कंप्रेस्ड, स्टोर और डिस्पेंस किया जाएगा।