2021-22 के लिए भारत का राजकोषीय घाटा मुख्य रूप से उच्च कर प्राप्ति के कारण संशोधित बजट अनुमान 6.9% से बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद का 6.71% हो गया है।
कुल मिलाकर राजकोषीय घाटा 15,86,537 करोड़ रुपये (अनंतिम) था। वित्त मंत्रालय ने फरवरी 2022 में घाटा 15,91,089 करोड़ रुपये या सकल घरेलू उत्पाद का 6.9 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया था। कर प्राप्तियां 18.2 ट्रिलियन रुपये थीं और कुल व्यय भी 37.94 ट्रिलियन रुपये था।