प्रसिद्ध मराठी लेखक अनंत यशवंत खरे का 76 वर्ष की आयु में पुणे में निधन हो गया।
प्रसिद्ध काम: ‘अंटाजिचि बखर’, ‘बखर अंतकलाची’ और ‘उद्या’
उन्हें 2010 में अपनी पुस्तक ‘कहानी मानव प्रणयची’ के लिए भाई माधवराव बागल पुरस्कार मिला। उन्हें ग्रंथाली, विदर्भ साहित्य संघ और लोकमंगल से सम्मानित किया गया। उन्हें 2020 में उनके उपन्यास ‘उद्या’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने विनम्रता से इनकार कर दिया क्योंकि तब तक उन्होंने किसी भी पुरस्कार को स्वीकार नहीं करने का फैसला किया था।