जवाहरलाल नेहरू पोर्ट भारत का पहला 100% जमींदार प्रमुख बंदरगाह बन गया है, सभी बर्थ सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर संचालित की जा रही हैं।
उद्देश्य: टर्मिनल की क्रेन और बर्थ उत्पादकता में उपयोग में सुधार और पारगमन समय, और रसद लागत को कम करना।
इसके साथ जेएनपीटी की कुल हैंडलिंग 1.5 मिलियन टीईयू की वर्तमान क्षमता से बढ़कर 1.8 मिलियन ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट्स (टीईयू) हो गई है।
बंदरगाह और जहाजरानी मंत्री: सर्बानंद सोनोवाल