आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2060 तक प्लास्टिक के वैश्विक उपयोग में तीन गुना वृद्धि होने की संभावना है।
गंभीर प्लास्टिक प्रदूषण से नष्ट हो रही दुनिया को प्लास्टिक के उपयोग से निपटने के लिए कई उपाय करने की जरूरत है।
वर्तमान में, लगभग 100 मिलियन टन प्लास्टिक कचरे का या तो कुप्रबंधन है या पर्यावरण में रिसाव की अनुमति है।